दिल करता है, जिंदगी तुझे दे दूं। दिल करता है, जिंदगी तुझे दे दूं।
ना रस्मों रिवाजों से सरोकार उनका अपने मन में खुद सरकार है उनका ! ना रस्मों रिवाजों से सरोकार उनका अपने मन में खुद सरकार है उनका !
लड़ो हक़ के लिए... लड़ो हक़ के लिए...
निढाल शरीर को सहलाती हैं मेरे चाँद की शीतल किरणें निढाल शरीर को सहलाती हैं मेरे चाँद की शीतल किरणें
जब व्यक्ति को उसका हासिल भी न मिले... जब व्यक्ति को उसका हासिल भी न मिले...
क्योंकि वो जज़्बात देश के लिए इस देश की मिट्टी से जो आता है। क्योंकि वो जज़्बात देश के लिए इस देश की मिट्टी से जो आता है।